महिलाओं के विषय पर भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अपनी महिला ब्रिगेड को उतार दिया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और केजरीवाल के सहयोगी विभव कुमार को महिला अदालत के मंच पर बैठाने के खिलाफ महिला सांसदों के नेतृत्व में खुब विरोध प्रदर्शन किया और उन्हें महिला विरोधी करार दिया।
वहीं, प्रदर्शनकारी महिलाएं मांग कर रही थीं कि अगर केजरीवाल दिल्ली में महिलाओं को सम्मान देना चाहते हैं तो महिला विरोधी मानसिकता वाले लोगों को पार्टी से बाहर करें और महिला आयोग अध्यक्ष की खाली कुर्सी को भरें। सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा कि केजरीवाल एक ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो एक महिला विरोधी सहयोगी को साथ रखने के साथ उसी मंच से महिला सम्मान की बात किया करते हैं।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है और पंजाब में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। पंजाब की बहनों के खातों में एक रुपया तक नहीं पहुंचा है। दिल्ली के मंच से महिला सम्मान के साथ भत्ता देने की बातें कर रहे हैं।
प्रदर्शन में महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री सोना कुमारी, के साथ महामंत्री प्रियल भारद्वाल, वैशाली पोद्दार, युवा मोर्चा उपाध्यक्ष जाह्नवी गंगवानी, अपर्णा गोयल, व वर्तिका उपाध्याय सहित महिला मोर्चा की कार्यकर्ता मौजूद रही।इधर, प्रदेश भाजपा ने आम आदमी पार्टी के महिला अदालत पर तंज कसते हुए कहा है कि जिस मंच से महिला सम्मान की बातें की गईं, उस मंच पर बैठे लोग व उनके परिवार पर ही महिला अपमान को बढ़ावा देने का आरोप है। फिर चाहें व पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हो या फिर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इसको लेकर कहा, महिला अदालत लगाने वाले पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल काश अपने सहयोगी विभव कुमार को बाहर करके राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल को न्याय दे देते।