कोई भी इंडस्ट्री बुरी नहीं होती, सिर्फ लोग बुरे होते हैं : कृति खरबंदा

मुंबई,

 बॉलीवुड अभिनेत्री कृति खरबंदा का कहना है कि कोई भी इंडस्ट्री बुरी नहीं होती, सिर्फ लोग बुरे होते हैं। कृति खरबंदा ने हाल ही में सिनेमैटोग्राफर प्रतीक शाह पर लगे कार्यस्थल पर यौन दुर्व्यवहार के आरोपों को लेकर सशक्त बयान दिया है। कृति ने बिना किसी का नाम लिए, इस मुद्दे को एक व्यापक दृष्टिकोण से देखा और यह स्पष्ट किया कि कैसे किसी एक व्यक्ति के गलत आचरण की वजह से पूरी इंडस्ट्री को दोषी ठहरा दिया जाता है।

कृति ने कहा, “जैसा मैं देख रही हूँ, वह एक सिनेमैटोग्राफर है, ये उसका पेशा है। लेकिन असली समस्या उसके व्यक्तित्व में है। ऐसा किसी भी क्षेत्र में हो सकता है। कॉर्पोरेट, मीडिया, कहीं भी। हम लोग चूंकि लाइमलाइट में होते हैं, इसलिए बातें ज़्यादा उठती हैं। लेकिन महिलाएं और पुरुष दोनों ही अपने काम की जगहों पर, और कभी-कभी घर पर भी, ऐसी चीज़ों का सामना करते हैं। ” कृति ने कहा, जब कोई हमारी इंडस्ट्री के बाहर ऐसा कुछ करता है, तो हम उसका पेशा नहीं, उसका नाम या उम्र बताते हैं। लेकिन जब कोई फ़िल्म इंडस्ट्री से होता है, तो पूरी इंडस्ट्री को बदनाम कर दिया जाता है। ये नाइंसाफ़ी है। कोई भी इंडस्ट्री अच्छी या बुरी नहीं होती। सिर्फ लोग अच्छे या बुरे होते हैं। और ये एक व्यक्तिगत चुनाव होता है, जो उनके मूल्यों पर निर्भर करता है।

 

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Author: Editor

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