नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में (74 वें) गणतंत्र दिवस की तैयारिया अपने अंतिम चरण में है। जैसा कि गणतंत्र दिवस में अब सप्ताह भर से भी कम का समय रह गया है। इसी को देखते हुए राजधानी की सड़कें रात में कितनी सुरक्षित है उसका जायजा लिया गया। पुलिस हेड क्वार्टर से चितरंजन पार्क तक का करीब 23 किलोमीटर लंबा रास्ता सुरक्षा के लिहाज से अति संवेदनशील है, क्योंकि यहां से गणतंत्र दिवस की परेड गुजरनी है। साथ ही यह रास्ता वोट क्लब और गृह मंत्री आवास के नजदीक से होकर जाता है। इसलिए यहां आतंकी हमले का खतरा और भी बढ़ जाता है। बावजूद इसके पूरे रास्ते भर में एक भी पुलिस पिकेट नहीं दिखी। केवल दो पीसीआर तैनात दिखाई दीया।
हालांकि, हाल ही में हुए कंझावला हत्या कांड और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मलिक के साथ बीते बुधवार देर रात छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। ऐसे मामले सामने आने के बाद भी दिल्ली पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था वैसी की वैसी ही है। इससे यह साबित होता है कि पुलिस अपनी गलतियों से बिल्कुल भी सीख नहीं ले रही और इस कारण भविष्य में ऐसी और घटनाएं भी हो सकती है।