देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थानों में से एक जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय हमेशा ही किसी न किसी कारणों से सुर्खियों में बना रहता है।
मंगलवार रात जब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र संघ के सदस्यों ने वर्ष 2002 में हुए गुजरात दंगों के उपर आधारित बी.बी.सी. की डॉक्युमेंट्री के स्क्रीनिंग का आयोजन किया। लेकिन, इससे पहले ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूरे कैंपस से बिजली की आपूर्ति काट दी। इसके बाद संघ के सभी छात्रों ने अपने लैपटॉप और फोन से इस डॉक्युमेंट्री को एक साथ बैठकर देखने लगे। उसी दौरान उनके ऊपर पथराव होने लगे। इस पथराव के पीछे ए.बी.वी.पी. सदस्यों के हाथ बताये जा रहे है। इस घटना के बाद सभी जेएनयू छात्र संघ के छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर के अंदर ही जमकर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान भी उन पर पथराव होने लगे। जिसके बाद संघ के छात्र पास के वसंत कुंज थाना पहुंच गए। पुलिस थाने में छात्र संघ के प्रमुख आइशी घोष के साथ 3 सदस्यों ने पहले पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने छात्रों के ऊपर हुए पथराव के विषय में एफ.आई.आर.दर्ज कर लिया। इस एफ.आई.आर. में कुल 25 लोगों के नाम दर्ज कराये गए हैं।