असंसियन। दक्षिण अमेरिकी देश पराग्वे में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूढिवादी नेता सैंटियागो पेना ने जीत हासिल की है और वह पैराग्वे के नए राष्ट्रपति बने है। सैंटियागो एक अर्थशास्त्री हैं। पेना की जीत के साथ ही तय हो गया है कि पराग्वे में एक बार फिर दक्षिणपंथी कोलोराडो पार्टी की सरकार बनेगी।
गौरतलब है कि पराग्वे में बीते 76 सालों में अधिकतर समय कोलोराडो पार्टी की ही सरकार रही है। पूरे दक्षिण अमेरिकी क्षेत्र में जहां वामपंथी सरकारों की सत्ता में वापसी हो रही है, वहीं पराग्वे में अभी भी दक्षिणपंथी राजनीति का दबदबा है।
जानकारी के अनुसार, पराग्वे में कुल 99 प्रतिशत वोटों में से सैंटियागो पेना को 43 प्रतिशत वोट मिले। पेना ने चुनाव प्रचार के दौरान लोगों को नौकरी देने, ऊर्जा की कीमतों को कम करने और ड्रग्स के कारोबार को खत्म करने जैसे बड़े वादे किए हैं।
सैंटियागो पेना की जीत के बाद से ही ये माना जा रहा है कि पराग्वे के अमेरिका के साथ संबंधों में खटास आ सकती ह। दरअसल पेना पराग्वे के पूर्व राष्ट्रपति होरासियो कार्टेस के करीबी हैं। कार्टेस पराग्वे की सत्ताधारी कोलोराडो पार्टी के अध्यक्ष हैं। कार्टेस पर आरोप है कि उन्होंने इस्लामिक आतंकी संगठन हिजबुल्लाह को फंडिंग की। साथ ही, उन पर चुनाव में जीतने के लिए लोगों को रिश्वत बांटने का भी आरोप है।