AI के खतरे को लेकर व्हाइट हाउस में बुलाई गई बैठक, गूगल-माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों होंगी शामिल

 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) मशीनों में मानव बुद्धि के अनुकरण को संदर्भित करता है जो ऐसे कार्यों को करने के लिए प्रोग्राम किए जाते हैं जिन्हें आम तौर पर मानव जैसी सोच की आवश्यकता होती है, जैसे दृश्य धारणा, भाषण मान्यता, निर्णय लेने और भाषा अनुवाद। एआई सिस्टम डेटा का विश्लेषण करने और उस विश्लेषण के आधार पर भविष्यवाणियां या निर्णय लेने के लिए एल्गोरिदम और सांख्यिकीय मॉडल का उपयोग करते हैं।

एआई के विभिन्न प्रकार हैं, जिनमें नियम-आधारित सिस्टम शामिल हैं, जो निर्णय लेने के लिए पूर्वनिर्धारित नियमों के एक सेट पर निर्भर करते हैं, और मशीन लर्निंग सिस्टम, जो डेटा से सीखने और समय के साथ अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए एल्गोरिदम का उपयोग करते हैं। डीप लर्निंग मशीन लर्निंग का एक सबसेट है जो मानव मस्तिष्क के व्यवहार को अनुकरण करने और छवि और भाषण मान्यता जैसे कार्यों में उच्च स्तर की सटीकता प्राप्त करने के लिए तंत्रिका नेटवर्क का उपयोग करता है।

दक्षता, सटीकता और निर्णय लेने में सुधार के लिए एआई का उपयोग स्वास्थ्य सेवा, वित्त, परिवहन और विनिर्माण जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किया जा रहा है। हालाँकि, AI का विकास नैतिक चिंताओं को भी उठाता है, जैसे कि पूर्वाग्रह, गोपनीयता और नौकरियों और समाज पर संभावित प्रभाव।

व्हाइट हाउस में एआई के जोखिम को लेकर एक बैठक बुलाई गई है जिसमें Google से लेकर Microsoft, OpenAI और Anthropic जैसी कंपनियों के प्रतिनिधी शामिल होने वाले हैं। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि तमाम टेक कंपनियों के अधिकारी इस चर्चा में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और शीर्ष प्रशासन के अधिकारियों से मिलेंगे।

AI के खतरे को लेकर व्हाइट हाउस में बुलाई गई बैठक, गूगल-माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों होंगी शामिल

टेक्नोलॉजी

व्हाइट हाउस में एआई के जोखिम को लेकर एक बैठक बुलाई गई है जिसमें Google से लेकर Microsoft, OpenAI और Anthropic जैसी कंपनियों के प्रतिनिधी शामिल होने वाले हैं। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि तमाम टेक कंपनियों के अधिकारी इस चर्चा में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और शीर्ष प्रशासन के अधिकारियों से मिलेंगे

 

विस्तार

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के गॉडफादर कहे जाने वाले जेफ्री हिंटन ने हाल ही में गूगल से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने एआई के विकास को लेकर चेतावनी दी है और कहा है कि इसके परिणाम भयावह हो सकते हैं। हिंटन ने इतना तक कहा कि उन्हें एआई पर काम करने और रिसर्च करने को लेकर पछतावा हो रहा है।

इसी बीच व्हाइट हाउस में एआई के जोखिम को लेकर एक बैठक बुलाई गई है जिसमें Google से लेकर Microsoft, OpenAI और Anthropic जैसी कंपनियों के प्रतिनिधी शामिल होने वाले हैं। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि तमाम टेक कंपनियों के अधिकारी इस चर्चा में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और शीर्ष प्रशासन के अधिकारियों से मिलेंगे।

सीईओ को दिए गए निमंत्रण में राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा है कि कंपनियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके प्रोडक्ट जनता के लिए उपलब्ध कराने से पहले सुरक्षित हैं। तेजी से बढ़ती एआई तकनीक के बारे में चिंताओं में गोपनीयता का उल्लंघन, पूर्वाग्रह और चिंताएं शामिल हैं जो स्कैम और गलत सूचनाओं को बढ़ा सकती हैं।

पिछले महीने ही बिडेन ने कहा कि यह देखा जाना बाकी है कि क्या एआई वाकई खतरनाक है, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि टेक कंपनियों की यह जिम्मेदारी है कि वे सुनिश्चित करें कि उनके उत्पाद सुरक्षित हैं। एआई को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा और शिक्षा पर इसके प्रभाव को लेकर सार्वजनिक टिप्पणियां भी मांगी गई है।

Shivam Sharma
Author: Shivam Sharma

Leave a Comment