दिल्ली भारत की कैपिटल होने क साथ-साथ क्राइम कैपिटल के नाम से भी जाना जाता हैं

 

राजधानी दिल्ली में कितनी सुरक्षित है लड़कियां ?
जब आप बाहर होते हैं तो आप कभी भी अपनी सुरक्षा के प्रति सावधान नहीं हो पाते हैं , तो सोचिए अगर महिलाओं को हमलों के बारे में सोचना ही न पड़े। लेकिन यह उस दुनिया की वास्तविकता नहीं हैं।

दिल्ली भारत की कैपिटल होने क साथ-साथ क्राइम कैपिटल के नाम से भी जाना जाता हैं। दिल्ली में रोज ना जाने कितने मामले वूमेन सेफ्टी और हैरेसमेंट को लेकर आतें हैं। देश की सबसे बड़ा रेप कांड जो की निर्भया केस था। वह भी दिल्ली में ही हुआ था। हाल में ही सहाबाद डेरी में साक्षी का मर्डर केस हुआ जिसमे एक लड़के ने निर्मम तरीके से चाकू मार कर साक्षी की हत्या कर दी। ये मामला भी दिल्ली का ही है। ऐसे में हम सभी के मन में ये ख्याल आता है की क्या क्या दिल्ली लड़कियों के लिए मेहफ़ूज़ है?
उत्तर है ,नहीं। दिल्ली में लड़कियां सेफ नहीं हैं वह भी अगर रात का वक़्त हो तो।
ऐसे ही इस साल के पहले दिन की रात या यु कहे तोह न्यू ईयर की रात एक बहुत ही शर्मनाक हादसा हादसा हुआ था। कंझावला नामक एक जगह पर एक 20 साल की लड़की को कार से बांध कर घसीटा गया था। उस लड़की को कितने किलोमीटर तक घसीटा गया फिर फेक दिया गया। लड़की को जब हॉस्पिटल में एडमिट किया गया तो एक भी स्किन नहीं बची थी। रेप जैसे मामले सिर्फ दिल्ली से ही नहीं पुरे देश से आ रहे हैं। 2012 में हुए दिल्ली रेप केस से लेकर साक्षी मर्डर केस के मामले तक कुछ नहीं बदला हैं। श्रद्धा वॉकर के मामले में उसकी हत्या कर 35 टुकड़े कर दिए गए थे।

देश की राजधानी होने के साथ -साथ इतना बद्धा टैग दिल्ली को मिलना शोभा नहीं देता हैं। अब हमारी बारी हैं की हम अपने समाज को बदले और समाज में ऐसे अपराध होने से रोके। हमे अपने समाज की सोच बदलनी होगी और लड़कियों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने पड़ेंगे।

Shanu Jha
Author: Shanu Jha

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