DPCC के द्वारा लिया गया एक एहम फैसला : – मोबाइल वैन से नापी जाएगी पानी की गुड़वक्ता

“जल ही जीवन है” लेकिन क्या हो अगर वही जल अपवित्र हो , गन्दा हो दिल्ली की जल समस्याओ से सब अवगत्त है जहाँ एक तरफ वाटर सप्लाई का क्या हाल है और वही दूसरी तरफ यमुना का की क्या स्थिति है
राजधानी दिल्ली की हवा की गुड़वक्ता के साथ साथ अब पानी की ख़राब अस्स्थिति को देखते हुए LG के द्वारा अब DPCC यानी दिल्ली पोलुशन कंट्रोल कमीटी ने मोबाइल वैन और ऑनलाइन वाटर क्वालिटी को नियंत्रण और उसके जरिये अलग अलग इलाकों में जाकर यमुना नदी में गिरने वाले नालों की जल गुणवत्ता को जांचने की तैयारी की गई है। डीपीसीसी की मोबाइल वैन व ऑनलाइन वाटर क्वालिटी मानिटरिंग सिस्टम की रूपरेखा 21 जून तक प्रस्तुत करने के लिए अंतिम तिथि है।

पिछले एक महीने से इस पर काम चल रहा है जहाँ पर ये बात सामने आई है की नालो को तुरत ही बंद किया जाये और उसकी पवित्रत्ता की की जाँच की जाएं की पानी कहा से प्रदूषित हो रहा है ताकि उस पर काम किया जा सके।
जानकारी के मुताबिक अनधिकृत कालोनियों में चल रही डाइंग यूनिटों को बंद करने के लिए अब कोई नोटिस देने की जरूरत नहीं है। मौके पर ही उनका बिजली- पानी भी काट दिया जाएगा और उस पर सील भी लगा दी जाएगी।
डीपीसीसी अधिकारियों के मुताबिक तकनीकी प्रस्तुतिकरण के बाद इस दिशा में मोबाइल वैन खरीदने की टेंडर प्रक्रिया पर काम किया जाएगा। अगर टेंडर पर अच्छी निविदाएं आ गईं तो इसी साल के अंत तक दिल्ली में यह वैन चलना शुरू हो जाएगी।

Staff Reporter
Author: Staff Reporter

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