मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह बात कही है की देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण स्तर में कमी आई है। इसके साथ उन्होंने ये भी बताया है की आखिर कैसे कमी आई है , इसका कारण क्या है। उन्होंने बताया कि कई शहरों के मुकाबले दिल्ली की हालत अच्छी है। इलेक्ट्रानिक बसों की वजह से दिल्ली में प्रदूषण में कमी आई है। प्रदूषण के खिलाफ अभियान भी चलाया गया था। दिल्ली में कोई थर्मल प्लांट भी नहीं हैं।
केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली में पेड़ों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। यहां अब जनरेटर नहीं चलते। निर्माणाधीन जगहों पर मानकों के आधार पर काम होता है। दिल्ली में प्रदूषण वाली जगहों पर स्पेशल टीम तैनात की गई है। पटाखों पर इस साल भी बैन रहेगा।
सीएम ने बताई क्या है विंटर की तैयारियां
सर्दी में वायु प्रदूषण की रोक थाम को लेकर दिल्ली के लिए 15 सूत्रीय विंटर एक्शन को जारी करते हुए अरविंद केजरीवाल ने बताया कि 13 हॉटस्पॉट की गई पहचान। प्रति हॉटस्पॉट के लिए स्पेशल प्लान होगा। इसके लिए 13 टीम का गठन किया गया है। पांच हजार एकड़ खेतों में पराली डिकंपोज का उपयोग किया जाएगा। धूल प्रदूषण के लिए 591 टीमों का गठन किया गया है। सड़कों पर 238 एंटी स्मोग गन तैनात की जाएगी। पीयूसी के लिए 385 टीम का गठन किया गया है।
प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार का एक्शन प्लान जारी करते हुए कहा कि राजधानी के प्रदूषण में 30 प्रतिशत की कमी आई है। साल 2014 के मुकाबले 2023 में प्रदूषण के स्तर में 30 प्रतिशत तक की कमी आई है। दिल्ली में पीएम2.5 और पीएम10 दोनों में कमी आई है। सीएम ने कहा कि पहले बसों की कमी थी लोग खुद की गाड़ियों से चलते थे। हमने काफी बसें खरीदी हैं। दिल्ली में 7135 बसें खरीदी है, जिनमें 800 इलेक्ट्रिक बसें हैं। सबसे ज्यादा दिल्ली में इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदे जा रहे हैं।