देश की राजधानी दिल्ली में मौसम के बदलाव के साथ बढ़ रहे प्रदूषण स्तर की रोकथाम के लिए मंगलवार से ग्रीन वॉर रूम 24 घंटे सातों दिन काम करेगा। इस कक्ष से वायु प्रदूषण की निगरानी और शिकायतों के निवारण किया जाएगा। आपको बता दे की साल 2020 में लॉन्च किए गए इस कक्ष में अत्याधुनिक वायु गुणवत्ता निगरानी उपकरण, वैज्ञानिक और डेटा विश्लेषक सहित अन्य विशेषज्ञों की एक टीम काम कर रही है। जो दिल्ली के वायु प्रदूषण में योगदान देने वाले सभी स्रोतों पर नजर रखेगी। साथ ही दिल्ली में प्रशासन के साथ मिलकर इसे लागू करने में मदद करेगी।
दरअसल, दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को सर्दियों के मौसम के वायु प्रदूषण को कम करने के लिए 15-सूत्रीय कार्य योजना को शुरू किया था। इसमें धूल प्रदूषण, वाहनों के उत्सर्जन और खुले में कचरा जलाने की रोकथाम को लेकर विशेष जोर दिया गया। एक प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की थी कि दिल्ली में 40 वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों से एकत्र किए गए वास्तविक समय के आंकड़ों के आधार पर दिल्ली के 13 वायु प्रदूषण हॉटस्पॉट को लेकर योजना बनाई गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि सर्दी के दौरान मुख्य रूप से फसल अवशेष जलाने, धूल प्रदूषण, वाहन और औद्योगिक उत्सर्जन, खुले में कचरा जलाने, पटाखों को विनियमित करने, वृक्षारोपण, ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने, ई-कचरे के प्रबंधन सहित अन्य की दिशा में काम किया जाएगा। इसमें पड़ोसी राज्यों की भी मदद ली जाएगी। वहीं पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने धूल नियंत्रण मानदंडों का उल्लंघन करने वाले बड़े निर्माण और विध्वंस स्थलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। साथ ही दिल्ली में पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और जलाने पर प्रतिबंध की घोषणा की है।