सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद डॉक्टर्स का प्रदर्शन जारी है। 5 बजे तक काम पर लौटने की चेतावनी के बावजूद प्रदर्शन और उग्र हो गया है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा जूनियर डॉक्टरों को दी डेडलाइन खत्म हो चुकी है। अदालत ने आज शाम 5 बजे तक जूनियर डॉक्टरों को काम पर लौटने का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि वे आरजी कर अस्पताल की उस डॉक्टर के लिए न्याय की मांग को लेकर ‘काम बंद’ करना जारी रखेंगे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद काम पर न लौटने को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट से भी न्याय चाहिए। अब डॉक्टर्स स्वास्थ्य भवन का घेराव करके बैठ गए हैं और कहा है कि मांगे पूरी होने तक वे वहीं डटे रहेंगे।
कल सीजेआई डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने आदेश दिया था कि आरजी कर में बलात्कार-हत्या के खिलाफ विरोध कर रहे पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों को मंगलवार शाम 5 बजे तक अपनी ड्यूटी फिर से शुरू करनी होगी। अन्यथा राज्य सरकार को उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने का अधिकार होगा।
स्वास्थ्य सचिव के इस्तीफे की मांग
प्रदर्शनकारी डॉक्टरों में से एक ने कहा कि हमारी मांगें पूरी नहीं हुई हैं और पीड़िता को न्याय नहीं मिला है। हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे और साथ ही ‘काम बंद’ भी करेंगे। हम चाहते हैं कि स्वास्थ्य सचिव और डीएचई इस्तीफा दें।
सुप्रीम कोर्ट का क्या आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को प्रदर्शनकारी चिकित्सा पेशेवरों को राज्य सरकार की कार्रवाई से बचने के लिए मंगलवार शाम 5 बजे तक अपनी ड्यूटी पर लौटने का निर्देश दिया। अदालत ने डॉक्टरों को यह निर्देश तब दिया जब पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा कि प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के खिलाफ स्थानांतरण जैसे दंडात्मक उपाय नहीं किए जाएंगे।