दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने रविवार को सुबह आम आदमी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर इस्तीफे का ऐलान किया। गहलोत ने पत्र में यमुना की सफाई व पार्टी द्वारा किए झूठे वादो को लेकर पार्टी के लिए कई बाते लिखी जिसमें उन्होनों लिखा की पार्टी ने यमुना नदी को स्वच्छ करने का वादा किया पर यमुना पहले से और दूषित हो गई है। गहलोत ने लिखा की आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार से लड़ाई करने में बहुत समय बर्बाद कर दिया। जिससे व जनता से किए वादो को पूरा नहीं कर पाई।
कैलाश गहलोत ने चिठ्ठी में लिखा की लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने के बजाय़ हम अपने राजनीतिक ऐजेड़ा के लिए लड़ रहें। आज संदेह होता है कि हम आदमी है या नहीं। केज़रीवाल के बंगले जैसे कई राजनीतिक विवाद है जो संदेह में ड़ालते है कि हम आम आदमी है या नहीं। आगर पार्टी ऐसे ही केंद्र से लड़ने में समय लगाएगी तो दिल्ली का कुछ नहीं होगा। मैनें अपनी यात्रा सेवा करने के उदेश्य से शुरु की थी और इसे आगे भी जारी रखना चहता हूं। और यही कारण है कि मैं पार्टी से अलग हो रहा हूं। इसके अलावा मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा और में पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।
कैलाश गहलोत ने 2015 में आम आदमी पार्टी जाइन की थी। वे 2017 में कैबिनेट मंत्री बने। पेशे से गहलोत वकील थे। राजनीति में आने से पहले गहलोत ने करीब 10 सालों तक हाई कोर्ट और सुप्रिम कोर्ट में कई बड़े केस लड़ चुके है। साल 2020 में वह दूसरी बार नज़फगढ़ विधानसभा से विधायक बनें। साल 2023 में कैबिनेट में परिवहन व फाइंस रेवेन्यू समेत 8 अन्य विभाग सौंपे गए।
केजरीवाल की गैंग की लूट के खिलाफ़ गहलोत का यह कदम स्वागत योग्य है: भाजपा
दिल्ली के भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने गहलोत के इस्तीफे को लेकर कहा कि इस्तीफे में स्पष्ट लिखा है कि भराष्टाचारों के कारण आम आदमी पार्टी में रहना संभव नहीं है। केज़रीवाल की गैंग की लूट के खिलाफ़ गहलोत का यह कदम स्वागत योग्य है। दिल्ली की हर विधानसभा से आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता अब पार्टी छोड़ रहें है।