पिछले कई दिनों में ही लगातार दिल्ली की हवा बद से बदतर हो गई है। दिल्ली की इस प्रदूषित हवा की वजह से दिल्ली के लोग बुरी तरह से प्रभावित हो रहे है। आज सोमवार को यहां औसतं ए.क्यू.आई 481 रिकार्ड किया गया है। जोकी बेहद खराब है। वहीं, अशोक विहार और बावाना में ए.क्यू.आई 495 दर्ज किया गया है। गुरुग्राम में यह ए.क्यू.आई 576 तक पहुंच गया था। रविवार से ही रात को दिल्ली के कई इलाकों में धुंध नीचे आने से सांस लेने में कठिनाई और आंखों में जलन और गले में खसाश जैसी दिक्कत आने लगी। फिलहाल, दिल्ली में इस प्रदूषण के चलते ग्रैप का चौथा चरण लागू हो चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली पर घना कोहरा छायाए रहने की संभावना है। दिल्ली के बढ़ते प्रदूषण स्तर को देख सरकारी और निजी ऑफिस में 50 फीसदी कर्मचारियों के लिए घर से काम करने के निर्देश जारी किए गए हैं। इन सबके साथ दिल्ली और एनसीआर राज्यों की सरकारों को छठी से लेकर 12वीं कक्षा तक की ऑनलाइन पढ़ाई करने की सिफारिश की है। वहीं, दिल्ली सरकार ने छठी से 11वीं कक्षा को ऑनलाइन चलाने का फैसला लिया है। केवल 10वीं और 12वीं कक्षा पहले की तरह ही चलेगी। ऑनलाइन कक्षाएं अगले आदेश तक जारी रहेगी।
दिल्ली की इस जहरीली हवा ने बनाया लोगों को मरीज़
जैसा की प्रदूषण के चलते दिल्ली के कई ईलाको में धुंध छा गई है। विजिबिलिटी घटकर 150 मीटर रह गई है। दिल्ली के इस खतरनाक प्रदूषण की वजह से लोगों को कई प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के साथ सांस के मरीज बढ़ गए हैं। डक्टरों के अनुसार ओपीडी में ऐेसे मरीजों की संख्या 25 से 30 फीसदी तक बढ़ गई है। वहीं इनमें ऐसे मरीज शामिल हैं जिन्हें पहले कभी सांस की परेशानी नहीं थी। प्रदूषण के चलते सबसे ज्य़ादा सांस लेने में होने वाली दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं इन सभी सम्सायों से निपटने के उदेश्य से दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। केवल जरूरी सामान लेकर आने वाले ट्रकों और एलएनजी, सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रकों को आने की अनुमति रहेगी। ग्रैप-4 के बाद सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाले ट्रक, वाणिज्यिक चार पहिया वाहनों का दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। इस दौरान दिल्ली के आसपास के अन्य राज्यों से केवल सीएनजी, इलेक्ट्रिक, बीएस-6 वाहनों को एंट्री की इजाजत मिलेगी।
वायु प्रदूषण गंभीर श्रेणी की दहलीज तक पहुंच चुका है। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) अति गंभीर श्रेणी में बना रह सकता है। एक्यूआई का 450 से ऊपर रहना को अति गंभीर माना जाता है और ऐसा होने पर ग्रैप का चौथा चरण लागू होता है। इसलिए ग्रैप 4 के तहत दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर रोक लगा दी जाती है और सिर्फ जरूरी सामान की आपूर्ति वाले सीएनजी वाहनों को प्रवेश की अनुमती दी जाती है।