14 नंवबर से शुरु हुआ भारत का अंतर्राष्टीय व्यपार मेला 19 नंवबर यानी आज से आम दर्शकों के लिए खुल चुका है। विकसीत भारत एट 2047 की थीम पर अधारित इस मेले की शान इस बार दोगुनी हो गई है इसका कारण है कि इस बार इस मेले में 11 देशों के साथ साथ 33 राज्य और देश विदेश के 3500 प्रदर्शक प्रतिभाग कर रहें है। वहीं, मेले के पार्टनर राज्य बिहार और यू.पी है और इस बार मेले का प्रमुख फोकस पर झारखंड़ रहेंगा।
प्रगति मैदान में भारत का अंतर्राष्टीय व्यपार मेले की शुरुआत बाल दिवस यानी 14 नंवबर से हो गई थी। पर इस दौरान केवल इस मेले के दरवाज़े सिर्फ करोबारियों के लिए ही खुले थे। इस साल यानी साल 2024 की थीम वोकल फॉर लोकल, लोकल टू ग्लोबल है। इस मेले का उदेश्य स्थानिय करोबार को बढ़ावा देना है। इस मेले में लोग दुनिया के कई कोनो से अपने प्रोडक्ट को बेचने आते है। इस मेले में न केवल प्रोडक्ट की बिक्री होती है बल्कि कला और संस्कृती का भी अद्भुत नज़ारा लोगों को देखने को मिलेगा।
यात्री अब असानी से ऑनलाइन व ऑफलाइन टिकट खरीद सकते हैं।
डीएमआरसी ने भारत के इस अंतर्राष्टीय व्यपार मेले की टिकटों की ऑनलाइन बिक्री 11 नंवबर से ही शुरु कर दी थी। ऑनलाइन टिकट खरीदने पर एक व्यक्ति, एक दिन में केवल 10 टिकट ही खरीद सकता है। वहीं, आफलाइन टिकट दिल्ली के 55 अलग अलग स्टेशनों पर मिलेगी। 14 से 18 नंवबर तक करोबारीयों के लिए इसकी टिकट कि कीमत 500 रुपय थी। वहीं 19 नंवबर से इस मेले में आम लोगों के लिए टिकट की किमत प्रति व्यक्ति 80 से 150 रुपय तक रहेगी। वहीं, इस मेले में जाने के लिए गेट नंबर एक, तीन, चार, और गेट नंबर 6 और 10 मथुरा रोड से दर्शक मेले में प्रवेश कर पांएगें। आम दर्शकों के लिए सुबह 10 से शाम 7.30 बजे तक का समय ऱखा गया है और अंतिम दिन सुबह 10 से दोपहर 5.30 बजे के भीतर ही मेले में प्रवेश किया जा सकता है।
अनुमान लगाया गया है कि इस बार मेले में लाखों की संख्या में लोग इस मेले का लुफ्त उठाने प्रगति मैदान पंहुचेंगे। दिल्ली पुलिस ने इसको ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के लिए 2500 से अधिक पुलिस तैनात किए हैं। इन जवानों को दिल्ली की पुलिस की स्पेशल सेल ने अतंकी वारदातों को रोकने के व संदिग्ध वस्तुओं पर नज़र रखने की स्पेशल ट्रेनिंग दी है।