दिल्ली रोहिणी के प्रशांत विहार इलाके में 28 तारीख को मिठाई की दुकान के पास जोरदार धमाका हुआ था। जिसमे जांच के दौरान सफेंद पाउडर मिलने की सुचना मिली थी। धमाके के बाद से ही शुक्रवार को घटनास्थल पर पुलिस ने आवाजही पर रोक लगा दी थी साथ ही आस पास की सभी दुकाने बंद रहीं। पुलिस ने जांच के दौरान दुकानो और घरों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। वहीं, इस धमाके और सीआरपीएफ स्कूल के पास हुए धमाके की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। घटना के दो दिन बाद जांच में धमाके में इस्तेमाल हुए पाउडर की जानकारी सामने आई है। जानकारी के अनुसार धमाके में बेंजोइल पेरोक्साइड यानी ब्लीचिंग पाउडर का इस्तेमाल किया गया है।
इस पाउडर के साथ कुछ और रसायन भी मिलाने की सुचना मिली है। लेकिन यह रसायन कौन-कौन से थे इनका रोहिणी में स्थित (एफएसएल) विधि विज्ञान प्रयोगशाला भी अभी तक जान नहीं पाई है। वहीं दूसरी ओर अधिकारियों के मुताबिक ब्लीचिंग पाउडर का इस्तेमाल आज तक आतंकी वारदात या फिर बम धमाकों में नहीं किया गया है। ऐसे में हो सकता है कि या तो कोई वेस्ट सामान फेंक रहा है या फिर शरारत की जा रही है। लैब के अफसरों के मुताबिक बेंजोइल पेरोक्साइड बम धमाकों के लिए इस्तेमाल नहीं होता। वहीं, मौके से पुलिस को बम धमाके के लिए इस्तेमाल करने वाली कोई डिवाइस आदि भी नहीं मिला है और सीआरपीएफ स्कूल के पास धमाके की जांच प्रशांत विहार थाना पुलिस कर रही है। जांच में आतंकी वारदात व बम धमाका होने जैसी कोई बात का खुलासा नहीं हुआ है।
इसी कारण जांच की जिम्मेदारी स्पेशल सेल को नहीं दी गई है। दूसरे धमाके के मामले में भी प्रशांत विहार थाने में शिकायत दर्ज की गई। हालांकि, बाकी एजेंसियां भी जांच में जुटी हैं। वहीं, पूर्व पुलिस उपायुक्त एल न राव के अनुसार, 40 दिनों में दो धमाकों के होने से ऐसा लग रहा है कि यह कोई शरारत नहीं, बल्कि इसमें कोई संदेश हैं। शरारत करने वाला इतनी मेहनत नहीं करेगा। हो सकता है, इन धमाकों के पीछे किसी आतंकी संगठन का हाथ हो। वह धमाका कर एजेंसियों को संदेश देना चाहते हो कि हम बहुत कुछ कर सकते हैं। इस विस्फोटक को इस तरह से बनाया गया है जिससे लोगों में डर पैदा हो। विस्फोटक में जिस केमिकल या पाउडर का इस्तेमाल किया गया है, वह बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं। पहले सीआरपीएफ स्कूल की दीवार पर धमाका किया। फिर कुछ मीटर की दूरी पर क्राइम ब्रांच के कार्यालय के सामने धमाका हुआ। प्रशांत विहार में बी ब्लॉक स्थित वीर सावरकर पार्क के पास हुए इस धमाके में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ सार्वजनिक सुरक्षा के लिए गंभीर शरारत, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
प्रशांत विहार में सीआरपीएफ स्कूल के पास हुए धमाके के 40 दिन बाद 28 तारीख को हुआ धमाका थोड़ा छोटा था। इस दौरान एक टेंपो चालक घायल हो गया था। पुलिस के मुताबिक, घटनास्थल पर विस्फोट की सामग्री डालने या लगाने वाले आरोपियों की पहचान की जा रही है।