घटिया एवं दोयम दर्जे की पत्रकारिता के कई उदाहरण आजकल आपके सामने अवश्य आते होंगे।
आपने देखा होगा कि पत्रकारिता जैसे पवित्र पेशे में भी लोग घटिया स्तर की भाषा एवं मानसिकता के दिवालेपन का परिचय दे रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उच्चतम न्यायालय ने यह भी कहा है कि ‘हेट स्पीच’ यानी नफरत फैलाने वाली भाषा को बढ़ावा दे रहे न्यूज एंकर्स व ओच्छे पत्रकारों खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। यह खंडपीठ देश भर में ‘अभद्र भाषा’ (हेट स्पीच) की घटनाओं पर अंकुश लगाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी।
उच्चतम न्यायालय ने यह भी कहा है कि ‘हेट स्पीच’ यानी नफरत फैलाने वाली भाषा को बढ़ावा दे रहे न्यूज एंकर्स के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। यह खंडपीठ देश भर में ‘अभद्र भाषा’ (हेट स्पीच) की घटनाओं पर अंकुश लगाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी।