नई दिल्ली। सदर बाजार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले शास्त्री नगर वार्ड-70 में इन दिनों हर गली-चौराहे पर आईजीएल गैस पाइपलाइन डालने का कार्य एक बार फिर जोरों शोरों से शुरू हो गया है, जिस वजह से क्षेत्रवासी टूटी-फूटी सड़कों पर चलने पर मजबूर हो गए है। गौरतलब है कि बीते लगभग 1 वर्ष से क्षेत्र में गैस पाइपलाइन डालने का काम चल रहा है और इसके लिए पूरे क्षेत्र में जमकर खुदाई की जा रही हैं।
आपको बता दे कि आईजीएल गैस ने क्षेत्र में खुदाई के लिए जिस ठेकेदार को नियुक्त किया है, वो बड़ी-सी मशीन के जरिए सड़कों को खोदने में लगे रहते हैं और जैसे ही उस गली में ठेकेदार का पाइप डालने का कार्य पूर्ण हो जाता है वैसे ही उसे मलबे से ऊबड़-खाबड़ तरीके से भर देते है, जिसके चलते क्षेत्रवासियों को वहां से पैदल तक निकलने में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और कई बार तो इसके चलते सड़क दुर्घटनाएं तक हो चुकी है। इलाके में पिछले लंबे समय से हो रही आईजीएल गैस पाइपलाइन की खुदाई और सड़कों की हो रही बदहाली को लेकर जब क्षेत्रवासी नवनिर्वाचित पार्षद मनोज कुमार जिंदल के पास पहुंचे तो उन्होंने तुरंत आईजीएल गैस के ठेकेदार से संपर्क किया और उन्हें क्षेत्र में चल रहे गैस पाइपलाइन डालने को लेकर हो रही सभी खुदाई कार्यों को बंद करने के आदेश दे दिए और ठेकेदार को सख्त आदेश दिए कि पहले क्षेत्र में सभी गड्ढों को ठीक से भरने व मरम्मत के बाद ही वह अपना खुदाई व गैस पाइपलाइन डालने का कार्य कर सकते है। इसको लेकर मनोज कुमार जिंदल के कार्यालय में एक विशेष बैठक भी की गई जहां निगम के सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। इसके उपरांत तकरीबन एक हफ्ते तक क्षेत्र में आईजीएल का गैस पाइपलाइन डालने का सभी तरह का कार्य बंद रहा। जिसके बाद आईजीएल के ठेकेदार ने मनोज कुमार जिंदल को आश्वासन दिया कि वह पहले सड़कों की मरम्मत का काम पूरा करेंगे और फिर खुदाई का काम फिर से शुरू करेंगे।
वहीं क्षेत्र में ऐसी कई जगहें है जहां ठेकेदार द्वारा सड़कों की मरम्मत अभी भी ठीक ढंग से नहीं की गई है और एक बार फिर शास्त्री नगर की सड़कों को खोदने का कार्य शुरू हो गया है। गौरतलब है कि कुछ जगहों पर गड्ढों को भर भी दिया गया है तो उन पर पहाड़ सा बन गया है जिसके कारण वहां से निकलने वाले लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, कई स्थानीय लोगों का कहना है कि इन गड्ढों के कारण बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को कई बार गंभीर चोटें भी आ चुकी हैं और जब इस संबंध में पाइप लाइन डालने के कार्य में लगे कर्मचारियों को पूछा जाता है तो वह अपने ठेकेदार को बुला लेते है और ठेकेदार लोगों से बदतमीजी करता है और उनको डराने-धमकाने की भाषा का प्रयोग करके कहता है कि उनके पास खड्डें करने की परमिशन है। गौरतलब है कि जब भी लोगों के सामान्य हित से जुड़े काम होते हैं तो कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं जिसे काफी लोगों को झेलना पड़ता है परन्तु शास्त्री नगर में गैस पाइप लाइन को लेकर हो रही खुदाई की बात करें तो ठेकेदार ने अगर सड़कों को खोदने की परमिशन ली है तो उन गड्ढों को भरने की जिम्मेदारी किसकी हैं? और क्या शास्त्री नगर में आईजीएल गैस पाइप लाइन का जाल डलने के बाद निगम पूरे क्षेत्र की सड़कों का पुनर्निर्माण करेंगी? और पूरे क्षेत्र की सड़कों के पुनर्निर्माण का खर्च कौन वहन करेगा क्योंकि निगम को हमेशा ही बजट की समस्या का सामना करना पड़ता है? या क्षेत्रवासियों को आईजीएल गैस पाइप लाइन के चलते अब टूटी-फूटी सड़कों पर ही चलना पड़ेंगा?
Report by : Narender Dhawan