गूगल एक जाना-माना सर्चिंग एप है जिसमे हर वर्ग का व्यक्ति दुनिया के बारे में, या उसके इतिहास के बारे में जान सकते हैं। आई-टी सेक्टर में पढ़ रहे विद्यार्थी का गूगल में काम करने का सपना रहता है और गूगल में अब तक 5 लाख से ज्यादा ऑपरेटर्स काम करते थे लेकिन बीते कुछ दिनों में इनकी संख्या में कमी देखी गई है। सूत्रों के अनुसार गूगल अपने स्टाफ की फर्ज छंटनी करने वाला है और उसकी तादात 12, 000 बताई जा रही है। गूगल ने इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं की हैं लेकिन सुंदर पिचाई के हाल में दिए बयान से यह आशंका जताई जा रही है कि गूगल जल्द ही ये कदम लेने वाला है।
सिर्फ गूगल ही नहीं गूगल के अलावा, ट्विटर, ज़ूम, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन जैसे प्रमुख कंपनियों ने अपने कमचारियों की छंटनी की थी जिसकी वजह दुनिया भर में चल रही आर्थिक स्थिति को बताई गई। सबसे ज्यादा छंटनी कोरोना काल में हुई थी जिसके बाद काम करने वाले कर्मचारियों में भारी परेशानी देखी गई थी।
कोरोना काल के बाद सबसे ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी करने वाली कंपनी ज़ूम को माना गया क्योंकि ज़ूम एक वीडियो क्लास एप है जिसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा कोरोना काल में हुआ। लेकिन कोरोना के घटते मामलों के बीच ज़ूम का प्रयोग कम होने लगा जिसकी वजह से ज़ूम को भारी नुकसान उठाना पढ़ रहा था, जिसके बाद ज़ूम ने अपने कर्मचारियों की छंटनी की जिसमे 1,700 कर्मचारियों को निकाला गया।
ज़ूम के बाद ट्विटर दूसरा ऐसा एप है जिसने सबसे ज्यादा कर्मचारी बाहर निकले और लोगों ने इसकी वजह एलोन मस्क के टेकओवर को बताया। अक्टूबर 27, 2022 को एलोन मस्क ने ट्विटर को 44 बिलियन डॉलर में खरीद लिया था जिसके बाद उन्होंने ट्विटर का चेहरा बदलने की बात की जिसमे सबसे पहले “फ्रीडम ऑफ स्पीच” को पदोन्नति करने की बात कही क्योंकि ट्विटर ने विवादित बयान देने वालों के अकाउंट बैन कर देने का पॉलिसी बनाई थी। ट्विटर के इस टेकओवर के बाद ट्विटर में डोनाल्ड ट्रंप, कंगना रनौत जैसे हस्तियों के अकाउंट भी खोलने की बात की जिनका अकाउंट वीवादित बयानों की वजह से बैन कर दिया गया था।
इस टेकओवर के बाद एलोन मस्क ने कई बड़े वादे किए लेकिन वह पूरे नहीं हो पाए। एलोन मस्क के इस टेकओवर के बस 2 महीने बाद ही ट्विटर में छंटनी कर दी गई थी जिसमे 7, 500 से ऊपर कर्मचारियों को निकाला गया था जिसके बाद लोगों ने एलोन मस्क को ट्विटर के पतन की वजह बताई और कहा कि वह दिन दूर नहीं जब एलोन मस्क की भी पतन होने वाली है।