नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में मेट्रो के सामने आकर आत्महत्या के मामले सामने आ रहे थे। इसी को देखते हुए DMRC ने कड़े फैसले लिए है। बता दे कि दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण की परियोजना में आने वाले सभी स्टेशनों में प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लगाए जाएंगे। इसमें तीनों कॉरिडोर एयरोसिटी-तुगलकाबाद, मुकुंदपुर-मौजपुर और आरके आश्रम-जनकपुरी पश्चिम के 18 भूमिगत स्टेशनों पर एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन की तर्ज पर 2.15 मीटर ऊंचाई के पीएसडी लगेंगे। इसके साथ 28 एलिवेटेड स्टेशनों पर पिंक, मजेंटा और येलो लाइन के स्टेशनों की तरह आधी ऊंचाई के स्क्रीन डोर लगाए जाएंगे।
इन 46 स्टेशनों में यात्रियों को तमाम आधुनिक सुविधाओं के साथ सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम होंगे। इससे मेट्रो रेल के सामने न तो कोई छलांग लगा पाएगा और न ही मेट्रो के गेट के सामने भीड़ होगी। इसके अलावा इन स्टेशनों में सीसीटीवी से लैस और अधिक क्षमता वाली लिफ्ट होंगी।
मौजूदा समय में दिल्ली मेट्रो के अधिकतर स्टेशनों के प्लेटफॉर्म पर स्क्रीन डोर नहीं लगे हैं। इससे कई बार यात्री मेट्रो के आगे छलांग लगाने की कोशिश कर चुके हैं। इससे मेट्रो बाधित हो जाती है। इसको ध्यान में रखते हुए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने यह योजना बनाई है। पीएसडी मेट्रो ट्रैक और प्लेटफॉर्म के बीच कांच की दीवार के रूप में बैरियर का काम करता है। इसमें स्टेशन में मेट्रो के आने पर ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए मेट्रो गेट के साथ ही प्लेटफॉर्म पर लगे स्क्रीन डोर भी खुलेंगे। पीएसडी बेहतर भीड़ प्रबंधन में भी मदद करेगी। यात्रियों को ट्रेन के दरवाजे खुलने के सटीक स्थान के बारे में पता होता है और वे उसी के अनुसार कतार में लग सकते हैं। इससे मेट्रो के चलने के बाद यात्रियों को गेट में फंसने की चिंता भी नहीं सताएगी। वहीं, मेट्रो में यात्रियों के चोटिल होने का खतरा भी कम होगा। फेज-4 के शेष स्टेशनों पर भी कम ऊंचाई के पीएसडी लगेंगे ताकि यात्रियों को सुरक्षित सफर का मौका मिल सके।
यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फेज चार में आने वाले स्टेशनों में लिफ्ट की क्षमता अधिक होगी। इसमें एक साथ 20 से अधिक लोग आ-जा सकते हैं। इसके साथ ही इन स्टेशनों में लिफ्ट भी सीसीटीवी से लैस होंगी। मौजूदा समय में कई मेट्रो स्टेशन में क्षमता के मुकाबले कम लिफ्ट हैं। इससे कई बार यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। मेट्रो ने 37 मेट्रो स्टेशनों में नई लिफ्ट लगाई हैं। इसमें मुंडका, आरके आश्रम, राजौरी गार्डन, पीतमपुरा, करोल बाग समेत कई स्टेशन शामिल हैं। इससे खासकर दिव्यांग व बुजुर्ग यात्रियों को यात्रा करने में सहूलियत मिलेगी। वहीं, पुराने और नए स्टेशनों के बीच सभी स्थानों पर कनेक्टिविटी 200 मीटर से कम होगी और यात्रियों के लिए एक कॉरिडोर से दूसरे कॉरिडोर में जाना आसान होगा।