कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के विपक्षी गठबंधन को ‘घमंड’ गठबंधन बताने वाले बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि सत्ता का अहंकार तो झलक ही रहा है। इसलिए विपक्ष पर ‘घमंड’ का आरोपा लगाना थोड़ा अनावश्यक और व्यर्थ है। यह बात तो साफ है कि जो अहंकारी हैं, वे ही सत्ता में हैं। यही हम हर दिन देख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि स्पष्ट रूप से हमने गठबंधन को जो नाम दिया है, वह उनसे सहन नहीं हो रहा। इसलिए उनका गुस्सा सातवें आसमान पर है। इसीलिए वे इस तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। यहां तक कि भारत नाम को विशेषाधिकार देने की कोशिश की जा रही है। संविधान में हमारे देश के दोनों नामों का जिक्र हैं, तो उनमें से किसी एक का उपयोग करने में क्या समस्या है?
लोकसभा चुनावों की तारीखों को लेकर शशि थरूर ने कहा कि हमें उम्मीद है कि चुनाव सामान्य समय पर होंगे जिसमें 6 से 9 महीने का समय है, लेकिन यह भी संभव है कि सरकार चुनाव पहले करा सकती है जैसा कि हम सुन रहे हैं। हमें जल्द से जल्द तैयार होने की जरूरत है।
इन नेताओं ने भी किया समय से पहले चुनाव का दावा
कुछ दिनों पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया था कि भाजपा पर भरोसा नहीं कर सकते। वह दिसंबर या जनवरी में चुनाव करवा सकती है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा था कि यह जरूरी नहीं है कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव समय पर ही हों। ये किसी भी समय हो सकते हैं।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी इस साल जून में दावा किया था कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव हारने के बाद भाजपा अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव समय से पहले करा सकती है।
कांग्रेस पार्टी इस को बहुत गंभीरता से ले रही: थरूर
हैदराबाद में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि मुझे लगता है कि यहां दो संदेश हैं। एक निश्चित रूप से नई टीम, नई शुरुआत है… और दूसरा निश्चित रूप से तेलंगाना में चुनाव। इस बैठक का हैदराबाद में होना संकेत है कि पूरी कांग्रेस पार्टी इस चुनाव को बहुत गंभीरता से ले रही है। इसलिए मुझे लगता है कि दोनों संदेश अहम हैं। हमारे पास एक राष्ट्रीय दृष्टिकोण है और हमें राज्य में अपने सहयोगियों की मदद करने का भी प्रयास करना है।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में आज तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की पहली बैठक होने जा रही है, जिसमें पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति और उससे जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके बाद 17 सितंबर को पार्टी राजीव गांधी प्रांगण में विजय रैली करेगी और तेलंगाना के लिए छह गारंटियों की घोषणा करेगी।