सूर्य ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा इसी वजह से सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह सूर्य ग्रहण 50 वर्षों बाद सबसे लंबा चलने वाला ग्रहण होगा जो करीब 5 घंटे और 25 मिनट तक चलेगा। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा जिसके चलते जब ग्रहण अपने चरम पर होगा तब कुछ समय के लिए पृथ्वी पर अंधेरा छा जाएगा।
सूर्य ग्रहण के बाद दान और स्नान का महत्व
धार्मिक नजरिए से ग्रहण का विशेष महत्व होता है। जब भी ग्रहण लगता है इसका अशुभ प्रभाव लगभग हर एक स्थान पर होता है ऐसे में ग्रहण की समाप्ति के बाद गंगा स्नान और दान करने का विशेष महत्व होता है। स्नान और दान करने से सभी तरह के कष्ट खत्म हो जाते हैं।
आज कितने बजे से शुरू होगा सूर्य ग्रहण
आज लगने वाला साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। लेकिन दुनिया के कई हिस्सों में कहीं पूर्ण तो कहीं आंशिक सूर्य ग्रहण के नजारे को देखा जा सकता है। भारतीय समय के अनुसार आज रात 9 बजकर 12 मिनट से सूर्य ग्रहण शुरू हो जाएगा।
हिंदू धर्म में ग्रहण को शुभ नहीं माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के समय सभी देवी-देवता कष्ट में रहते हैं। ऐसे में ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए सूर्यदेव के बीज मंत्र ऊं घृणि सूर्याय नम: के मंत्रों का जाप अवश्य करें।
क्या होता है सूर्य ग्रहण
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि सूर्य के चारों ओर पृथ्वी चक्कर लगाती है और पृथ्वी के चारों ओर चंद्रमा घूमता है। जब सूर्य, पृथ्वी और चांद तीनों ही एक सीध में आ जाते हैं तो इस घटना के कारण सूर्य और चंद्र ग्रहण होता है। जब चांद पृथ्वी के चक्कर काटते हुए सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है तो इसे सूर्य ग्रहण कहते हैं। इस दौरान सूर्य से पृथ्वी पर आने वाली प्रकाश की किरणें चांद की वजह से पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती है। और चांद की छाया पृथ्वी पर पड़ती है। इस घटना को ही सूर्य ग्रहण कहते हैं।
कब से कब तक रहेगा आज सूर्य ग्रहण
विज्ञान में ग्रहण की घटना को खगीलीय माना जाता है जबकि ज्योतिष में इसे शुभ नहीं माना जाता है। आज जो सूर्य ग्रहण लगेगा वह भारत में नही दिखाई देगा, जिस कारण से इसका सूतक काल प्रभावी नहीं रहेगा। भारतीय समय के अनुसार आज रात 09 बजकर 12 मिनट से सूर्य ग्रहण शुरू हो जाएगा जो देर रात 2 बजकर 22 मिनट तक चलेगा।