CJI जस्टिस चंद्रचूड़ ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के अन्य स्टेक होल्डर यानी भागीदारों को भी इन व्हाट्सएप नंबर के जरिए फाइलिंग की जानकारी, कॉज लिस्ट और फैसलों की जानकारी भी मिल सकेगी।
आज मैं आगे ज़माना है पीछे……परिवर्तन संसार का नियम है समय के साथ खुद को बदलना, अपडेट और अपग्रेड करना चाहिए नहीं तो ज़माना आगे और हम पीछे रह जायेंगे। इस सफर में अब माननीय सुप्रीम कोर्ट भी ज़माने के साथ कदम से कदम मिला कर चलेगा। सुप्रीम कोर्ट थोड़ा देर से ही सही खुद को अपग्रेड करते हुए डिजिटल दुनिया को खुले बाहों से गले लगा रहा है। सुप्रीम कोर्ट में फाइलिंग, लिस्टिंग, कॉज लिस्ट यानी सुनवाई के लिए तय मुकदमों का क्रम वाली सूची आदि की जानकारी अब वकीलों को WhatsApp के जरिए भी मिल सकेगी।
क्या है वॉट्सऐप नंबर
87676-87676 ये सुप्रीम कोर्ट के whatsaap नंबर है। यही से सुप्रीम कोर्ट वकीलों जानकारी साझा करेगा। ये नंबर एक तरफा रहेगा इस पर आपस में बतियाना मुमकिन नहीं है। इस नंबर से कोई रिप्लाई नहीं मिलेगा और ना कॉल बैक जैसी सुविधाएँ होगी। सुविधा केवल अधिवक्ताओं यानि वकीलों के लिए होगी। इससे समय पर उन्हें केस अपडेट मिल सकेगी। सुप्रीम कोर्ट का आधिकारिक वॉट्सऐप नंबर जारी करते हुए प्रधान न्यायधीश चंद्रचूड़ ने कहा,
“75वें वर्ष में सुप्रीम कोर्ट ने वॉट्सऐप मैसेजिंग सेवाओं को IT सर्विस के साथ एकीकृत करके न्याय तक पहुंच को मजबूत करने की नयी पहल शुरू की है। इससे और अधिक वकीलों की सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच बढ़ेगी। साथ ही दूर दराज रहने वाले लोगों को भी कोर्ट कार्यवाही की सूचना मिल सकेगी।”
सीजेआई ने यह घोषणा तब की जब उनकी अध्यक्षता वाली नौ-जजों की बीच एक केस पर सुनवाई कर रही थी। ये मामला अनुच्छेद 39 (बी) जिसमें प्राइवेट प्रॉपर्टी का जिक्र है, से जुड़ा था।