दिल्ली में शाहदरा के विवेक विहार केC54 में बेबी केयर न्यूबॉर्न चाइल्ड हॉस्पिटल में भीषण आग लगने से साथ नवजात शिशुओं की जान चली गई।
बताया जा रहा है कि अस्पताल में ग्राउंड फ्लोर पर अवैध रूप से ऑक्सीजन सिलेंडर का रिफिलिंग सेंटर चलाया जा रहा है पुलिस के सूत्रों ने बताया कि इसके लिए उन्होंने कोई भी परमिशन नहीं ली थी 3 साल पहले 20 के आप पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
बताया जा रहा है कि पूरे अस्पताल में केवल पांच सिलेंडर रखने की अनुमति थी यहां अवैध रूप से बड़े सिलेंडर से छोटे सिलेंडर में ऑक्सीजन भरी जाती थी जिसके कारण अस्पताल में आग लग गई बताया जाता है कि 31 मार्च 2024 को लाइसेंस एक्सपायर हो चुका था ।
यह अस्पताल काफी अनियमित को नजरअंदाज करके चलाया जा रहा था जिसकी वजह से इतना बड़ा हादसा हुआ बताया जाता है कुछ लोगों ने दिल्ली नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को अस्पताल के अतिक्रमण और अवैध रूप से चलाई जाने की शिकायत की लेकिन प्रशासन में इसके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं थी ना ही एक बार आकर अस्पताल का ब्यौरा किया।
आग लगने की घटना के बाद दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि सबसे अधिक संभावना है कि अस्पताल के पास एनओसी नहीं थी हालांकि अभी अस्पताल के मालिक नवीन किसी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सूत्रों ने बताया कि पहले आईपीसी की धारा 336/30 4ए/34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया था लेकिन अब दंडात्मक धारा 304/308 लगई गई है।
बेबी केयर न्यूबॉर्न हॉस्पिटल में हादसा शनिवार को लगभग 11:30 बजे रात हुआ था उसे बिना लाइसेंस के ही चलाया जा रहा था।
घटनास्थल के अंतर्गत आने वाला थाना विवेक विहार के पुलिस ने शुरुआत में लापरवाही की तो पता लगा के अस्पताल के संचालन में कई कमियां थी छानबीन के दौरान पुलिस को अस्पताल परिसर में आग बुझाने वाला एक भी सिलेंडर नहीं मिला और ना ही हादसे के समय निकालने के लिए एमरजैंसी एग्जिट बताया गया ।
X(old Twitter)एक पोस्ट के माध्यम से मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि अस्पताल में आग लगने वाली घटना हृदय विदारक है कारणों जांच की जा रही है लापरवाही बरतने वालों को बक्शा नहीं जाएगा।