दिल्ली में लगातार प्रदूषण का स्तर काफी खतरनाक बना हुआ है। प्रदूषण के साथ साथ लोगों कोहरे की मार को भी सहना पड़ रहा है। राजधानी में बढ़ती धुंध के कारण विजिबिलिटी भी प्रभावित हो गई है। जिससे ट्रेन व फ्लाइट को देरी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली का औसत 24 घंटे का एक्यूआई 493 है। जो कि सीजन का सबसे ज्यादा एयर क्वालिटी इंडेक्स है।
दिल्ली के 36 में से 13 स्टेशनों पर एक्यूआई 499 या 500 दर्ज किया गया है। इन स्टेशनों में दिल्ली का इंडिया गेट, द्वारका, पंजाबी बाग, नार्थ कैंपस, रोहिणी के इलाके शामिल है। मौसम विभाग ने कल ही यानी 18 नंवबर को दिल्ली के घने कोहरे को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। वहीं, अगले दो दिनो के लिए ऐलो अलर्ट जारी किया था। वही बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने कल यानी 18 नंवबर 2024 की सुबह ही दिल्ली एनसीआर में बदले हुए प्रदूषण के स्तर को देखते हुए ग्रेडड रिस्पॉनस का चौथा चरण लागू कर दिया था। जिसके तहत स्कूलों को बंद किया जा चुका हैं। सभी क्लास ऑनलाइन मोड़ पर चलाई जा रही है। वहीं, दिल्ली के कॉलेज भी जिसमें जामिया मिलिया इस्लामिया शामिल है, ने भी शनिवार, 23 नवंबर तक कक्षाएं ऑनलाइन मोड में चलाने का फैसला लिया है। 25 नवंबर से नियमित कक्षाएं फिजिकल मोड में फिर से शुरू हो जाएंगी। इसी तरह से एक्यूआई बढ़ने से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने भी 22 नवंबर तक ऑनलाइन कक्षाएं चलाने का फैसला किया है। लोगों से घरों में रहने की अपील कि जा रही है। पर इन तमाम रोकथाम करने के बाद भी प्रदूषण पर नियंत्रण नहीं हो रहा है। दिल्ली एनसीआर से बाहर कोहरा ही कोहरा नजर आ रहा है।
प्रदूषण के इस बढ़ते स्तर के बाद दिल्ली के कई इलाको में सांस लेने का मतलब सिगरेट पीने के बराबर है। प्रदूषण के बाद से ही लोगों के गले में खराश, सांस लेने में दिक्कत और अंखो मं जलन जैसी सम्सया का सामना करना पड़ रहा हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सोमवार को प्रदूषण को लेकर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वायु प्रदूषण के संबंध में एक नई सलाह जारी की। सलाह में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए मौजूदा स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने के साथ जोखिम वाले व्यवसायों के बीच जागरूकता बढ़ाने की सिफारिशें शामिल हैं।