दिल्ली में अगले साल फ़रवरी माह में 70 विधानसभाओं के लिए चुनाव होनें वाला है। अभी विधानसभा चुनाव की तारीख़ जारी नहीं की गई है। वहीं दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल भी फ़रवरी, 2025 में पूरा हो रहा है और आम आदमी पार्टी ने पहली लिस्ट जारी कर दी है। आज सबुह आम आदमी पार्टी की प्रमुख फैसले लेने वाली संस्था पीएसी की बैठक हुई। जिसमें दिल्ली 2025 विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई। इस बार पार्टी ने 11 नेताओं को टिकट दी है। सूची में ऐसे उम्मीदवारों का भी नाम शामिल है, जो जो एक महीने पहले या कुछ दिन पहले ही पार्टी कांग्रेस या फिर बीजेपी से आकर पार्टी में शामिल हुए है। वहीं पार्टी नें साल 2020 में हारे 3 उम्मीदवारों पर से भरोसा जताकर टिकट दी है।
आम आदमी पार्टी (AAP) ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्दे नजर अपनी पहली लिस्ट की घोषणा कर दी। अपने परिचित अंदाज मे चुनावों से काफी पहले उम्मीदवारों की घोषणा का पार्टी को फायदा ही होता है किन्तु इस बार जो पहली सूची आई है उससे आम आदमी पार्टी की पोल खुलती हुई नजर आ रही।
AAP द्वारा घोषित किए गए 11 उम्मीदवारों में से 6 कांग्रेस या भाजपा से आए हुए नेता हैं। उन्होंने हाल ही में AAP की सदस्यता ली है। गुरुवार को जारी की गई AAP की लिस्ट में पार्टी ने ब्रह्मा सिंह तंवर को छतरपुर से उम्मीदवार बनाया है। साल 2020 और साल 2015 के विधानसभा चुनावों में तंवर छतरपुर से भाजपा उम्मीदवार रह चुके हैं। जिसमें दोनों बार उनके हाथ हार लगी थी। पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार करतार सिंह तंवर ने 3,720 वोटों से हरा दिया था। ब्रह्मा सिंह तंवर 1 नंवबर को भाजपा से आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। वह 1993, 1998 और 2013 में भाजपा के टिकट से चुनाव जीते थे।
पार्टी नें दिल्ली पश्चिम जिले किराड़ी से अनिल झा को उम्मीदवार बनाया है। अनिल झा किराड़ी से पूर्व भाजपा विधायक रह चुके है। साल 2022 में किराड़ी की सीट़ 5,654 से हार गए थे। अनिल झा ने रविवार 17 नवंबर को ही आम आदमी का हाथ थामा था। साल 2008 और साल 2013 में भाजपा विधायक रहकर उन्होनें किराड़ी सीट़ पर सफलता हासिल की थी। उन्हें AAP के ही ऋतुराज झा ने हराया था। ऋतुराज झा का भी टिकट काट कर अब अनिल झा को टिकट दिया गया है। वहीं पार्टी ने बीबी त्यागी को लक्ष्मीनगर से पार्टी का उम्मीदवार बनाया हैं। बाकि दो उम्मीदवारों की तरह बीबी त्यागी भी भाजपा से आकर पार्टी में शामिल हुए है। त्यागी को एक महीने भी पूरा नहीं हुआ है। 4 नंवबर को ही त्यागी ने पार्टी की सदस्यता ली थी। बीबी त्यागी 2 बार भाजपा की टिकट पर पार्षद रह चुके है। बीबी त्यागी को अरविन्द केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने पार्टी में शामिल करवाया था। वहीं, बदरपुर से राम सिंह नेताजी, सीलमपुर से जुबैर अहमद, सीमापुरी से वीर सिंह धींगन, रोहतास नगर से सरिता सिंह, घोंडा से गौरव शर्मा, विश्वासनगर से दीपक सिंगला, करावल नगर से मनोज त्यागी, जबकि मटियाला से सुमेश शौक़ीन को आम आदमी पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित किया गया है।
कांग्रेस के पूर्व विधायक सोमेश शौक़ीन को भी मटियाला से उतारा गया है। सोमेश शौक़ीन ने 18 नवम्बर, 2024 को ही पार्टी की सदस्यता ली थी। उन्हें केजरीवाल ने ही पार्टी में शामिल करवाया था। सोमेश शौक़ीन 2008 में मटियाला से कांग्रेस से विधायक बने थे। इसके बाद 2013, 2015 और 2020 का चुनाव वह हार गए थे। उनके AAP की सदस्यता लेते ही टिकट मिल गया है। इस सीट से पार्टी ने अपने विधायक का टिकट काट दिया है।
AAP ने सीलमपुर विधानसभा से जुबैर अहमद को टिकट दिया है। वह भी सीलमपुर से 5 बार कांग्रेस के विधायक रहे मतीन अहमद के बेटे हैं। उन्होंने एक माह पहले ही AAP का दामन थामा था। उनकी पत्नी शगुफ्ता चौधरी कांग्रेस से ही पार्षद थीं। वह भी AAP में शामिल हुई थीं। इनके अलावा वीर सिंह धींगान को सीमापुरी से टिकट दिया गया है। वीर सिंह धींगन को सीमापुरी से उम्मीदवार बनाया गया है। धींगन 1998 से 2013 तक कांग्रेस से इस सीट से विधायक रहे हैं। वह 2013, 2015 और 2020 का चुनाव हारे थे। वह भी ED के घेरे में आ चुके हैं।
AAP इन सभी बाहरी पार्टी से आए उम्मीदवारों को टिकट देकर निशाने पर आ गई है। इन सबके अलावा पार्टी ने रोहतास नगर से सरिता सिंह को टिकट दिया है। वह छात्र संगठन की प्रमुख हैं। वह 2015 में AAP से चुनाव जीती थीं लेकिन 2020 में इसी सीट पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उनके साथ ही दीपक सिंगला को भी टिकट दिया गया हैं। दीपक सिंगला ने 2020 में चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे। वही इस साल सिंगला पर ED का छापा पड़ा था।
AAP ने बदरपुर से राम सिंह नेताजी को टिकट दिया हैं। 2015 और 2020 में वह चुनाव जीत चुके हैं। घोंडा से AAP ने गौरव शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। 2020 में यह सीट पार्टी नहीं जीत पाई थी। मनोज त्यागी को पार्टी ने करावल नगर सीट से टिकट दिया है। यह सीट भी 2020 में पार्टी के हाथ नहीं लगी थी। AAP की इस चुनावी तैयारी से भाजपा और कांग्रेस पर अब चुनावी तैयारी तेज करने का दबाव पड़ेगा। इस लिस्ट की घोषणा के बाद राजनैतिक हलकों मे चर्चाएं तेज हो गई है और जैसा की माना भी जा रहा था की इस बार आम आदमी पार्टी अपने मैजूदा विधायकों मे से दो दर्जन से भी अधिक विधायकों का टिकट काटने की तैयारी भी कर चुकी है।