दिल्ली में घंटो तक लगने वाले जाम से लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में साल 2025 के यह प्रोजेक्ट दिल्लीवालों की राह को असान करेंगे। एनसीआर के वाहन भी इन रास्तों पर बीना जाम के असानी से आना जाना कर पाएंगे। बारापूला फेज-तीन पूर्वी दिल्ली के साथ साथ नोएड़ा और गाजियाबाद के वाहनचालको का रास्ता आईएनए तक सिग्लन फ्री रहेगा।
दिल्ली-मुंबई एक्से नंद नगरी स्थित गगन सिनेमा प्लाईओवर से पूर्वी दिल्ली समेत ट्रंस हिडन से सिग्नेचर ब्रिज व रोड तक जल्द पहुंचना होगा। दिल्ली की तीसरी रिंग रोड यानी शहरी विस्तार सड़क यूईआर-2 से बाहरी, पश्चिमी आवागमन और सुधार होगा। सुल्तानपुरी आरयूबी के जमीनी स्तर पर निकासी ठीक रहेगी। यह प्रोजेक्ट अगले साल यानी साल 2025 में पूरे हो जाएंगे।
वहीं, यमुनापार से दिल्ली तक आवाजाही असान होगी। क्योंकि यमुनापार से दक्षिणी दिल्ली तक आवाजाही आसान बनाने को बारापूला फेज-तीन का कार्य साल 2014 तक में शुरु हुआ था। इसे साल 2017 तक पूरा करना था। लेकिन यह योजना अभी तक पूरी नहीं हो पाई। अंतिम निर्धारित समय सीमा के अनुसार इस कार्य को मार्च 2023 तक पूरा करना था। लेकिन काम पूरा नहीं हो सका। इस परियोजना में फिलहाल 270 पेड़ रुकावट बने हुए है। इसका 70 फीसदी से अधिक काम पूरा कर लिया गया है। इसे अगले साल पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बारापूला फेज-तीन के तैयार हो जाने से यमुनापार के मयूर विहार से जवाहरलाल नेहरु होकर आईएनए तक का रास्ता सिग्नल फ्री होगा।
इधर, 59 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस वे डीएनडी फ्लाईओवर से शुरू होकर कालिंदी कुंज, से फरीदाबाद होते हुए सोहना में केएमपी एक्सप्रेस से जुड़ रहा है। वहीं, यहां पर यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे से कनेक्ट करेगा। इसका निर्माण कार्य तीन चरणों में पूरा किया जा रहा है। फरीदाबाद में सेक्टर-65 से सोहना तक के 26 किलोमीटर हिस्से को पिछले वर्ष ही यात्रियों के लिए खोला जा गया था। अब सेक्टर-65 से दिल्ली में मीठापुर तक का 24 किलोमीटर हिस्से को भी ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया। डीएनडी से मिठापुर तक नौ किमी के हिस्सों का अभी निर्माण किया जा रहा है। इसे अगले साल जून से पहले पूरा किया जाएगा। इससे दक्षिणी दिल्ली में ट्रैफिक की आवाजाही आसान होगी।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में नंद नगरी से गगन सिनेमा के बीच बन रहे फ्लाईओवर का निर्माण कार्य भी अगले साल पूरा हो जाएगा। बता दें, यह सड़क दिल्ली को गाजियाबाद से जोड़ती है। दिल्ली का यह इलाका घनी आबादी वाला है। इसके निर्माण कार्य को 95 फीसदी पूरा किया जा चुका है। परियोजना में भी अभी कई पेड़ रुकावट बने हैं। पेड़ों को हटाने की अनुमति के बाद निर्माण कार्य शुरू जाएगा। ऐसी स्थिती में इसका निर्माण कार्य साल 2025 में विधानसभा चुनाव के बाद पूरा होगा। मंगल पांडे मार्ग पर नंद नगरी से गगन सिनेमा तक तैयार होने वाले इस फ्लाईओवर के बनने से घौंडा, मुस्तफाबाद, नंद नगरी, करावल नगर के अलावा भी आस-पास के सघन आबादी वाली कॉलोनियों को लाभ मिलेगा। यूपी के गाजियाबाद भोपुरा बॉर्डर के ट्रैफिक को जो सिग्नेचर ब्रिज की तरफ जाते हैं, उनके आने जाने में असानी होगी।
वहीं, अलीपुर से नजफगढ़ होते हुए एयरपोर्ट तक का सफर अगले साल 20 मिनट में पूरा कर लिया जाएगा। निर्माणा हो रहे यूईआर-2 का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।75 किलोमीटर लंबाई की इस रोड का निर्माण कार्य पांच पैकेज में पूरा किया जा रहा है। जिसमें चार पैकेज का निर्माण काम 90 फीसदी से ज्यादा पूरा हो चुका है। जबकि एक पैकेज के निर्माण कार्य की गति धीमी चल रही है।
जाम से पिछा छुडाने के लिए सुल्तानपुरी-नांगलोई रोड पर बनाए जा रहे रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य भी अगले साल पूरा हो रहा है। तैयार हो जाने से कार के साथ साथ बड़े वाहन चालकों के लिए न केवल सुल्तानपुरी से नांगलोई के बीच आना जाना सुविधाजनक होगी, बल्कि सुल्तानपुरी, किराड़ी, पूठकलां, मंगोलपुरी, नांगलोई, रोहिणी सेक्टर-20, 21, 22, मंगोलपुरी के साथ कई अन्य इलाकों के लोगों को रोहतक रोड तक पहुंचना में आसानी होगी।