9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। यह 9 दिन मां दुर्गा को समर्पित होते हैं। सभी कार्यों से पहले मां दुर्गा की उपासना करना फलदायी माना जाता है। आज से ही हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होती है। नवरात्रि के नौ दिनों अलग-अलग देवी स्वरुप को पूजा जाता है। पहले दिन माँ C की उपासना की जाती है। माँ शैलपुत्री हिमालयराज की पुत्री है।
इस मौके पर देशभर के मंदिरों में बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने जा रहे है। कुछ ऐसा ही हाल दिल्ली के प्रसिद्द झंडेवाला मंदिर का भी रहा। श्रद्धालु सुबह 4 बजे से ही माता के दरबार में हजारी लगा रहे है। लोगों के आने जाने और माता के दर्शन करने में कोई दिक्कत न हो इसीलिए मंदिर समिति ने प्रबंध किया है। मंदिर को नवरात्री और नववर्ष के उपलक्ष्य भव्य तरीके से सजाया गया है नारियल और केलों से माता के द्वार को बनाया है। ।इस मौके पर मंदिर में अयोध्या के राम मंदिर की रंगोली भी बनाई गयी है
इस बार के नवरात्र इसीलिए भी ख़ास है क्यूंकि हिन्दुओं की आस्था के केंद्र अयोध्या में भव्य मंदिर में राम लल्ला अपने जन्म स्थान पर विराजमान है। 500 साल बाद रामनवमी का भव्य उत्सव अयोध्या में हर्षो उल्लास के साथ मनाया जायेगा। इसी को ध्यान रखते हुए झंडेवाला मंदिर में अयोध्या के राम मंदिर की रंगोली भी बनाई गयी है।
वैदिक पंचांग के अनुसार आज यानि 9 अप्रैल 2024, मंगलवार को चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। जो कि बहुत ही खास और महत्वपूर्ण है। मान्यता है कि इसी तिथि पर ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी। इसी दिन से विक्रम संवत के नए साल की शुरुआत होती है। धरती के अपनी धूरी पर घुमने और धरती के सूर्य का एक चक्कर लगाने के बाद जब दूसरा चक्र प्रारंभ होता है तभी हिंदू नववर्ष मनाया जाता है। इस दिन गुड़ी पड़वा, उगादी और चैत्र नवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है इस दौरान व्रत और मां की पूजा अर्चना के साथ कलश स्थापना की जाती है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान घरों में पूजा पाठ किए जाते हैं।
हिंदू धर्म में नवरात्रि के पर्व को बहुत ही ज्यादा पावन और पवित्र माना जाता है। ये पर्व देशभर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।