Hindu Traditions: हिंदू धर्म से कई मान्यताएं व परंपराएं जुड़ी हुई है, जिनका आज भी पालन किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन परंपराओं को मानने के पीछे धार्मिक के साथ वैज्ञानिक कारण भी जुड़े हैं.
मंदिर में घंटी बजाना: हिंदू धर्म के अनुसार मंदिर में घंटी बजाने से ईश्वर प्रसन्न होते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है. वहीं इसके पीछे यह लॉजिक है कि मंदिर में लगी तांबे या पीतल की घंटी बजाने से निकलने वाली ध्वनि आसपास के सूक्ष्म बैक्टीरिया को मारती है और शरीर की 7 इंद्रियों को एक्टिव करती है.
जमीन पर बैठकर खाना: हिंदू परंपरा में जमीन पर आलथी-पालथी मार बैठकर भोजन करने की परंपरा रही है. इसके पीछे ऐसा माना जाता है खड़े होकर खाने या जमीन पर बैठकर नहीं खाने से पूर्वज नाराज होते हैं. वहीं विज्ञान के अनुसार जमीन पर बैठकर खाना खाने से पाचन क्रिया अच्छी होती है और खाना आसानी से पचता है.
नींबू-मिर्ची लगाना: माना जाता है कि दरवाजे पर नींबू मिर्ची लटकाने से बुरी नजर नहीं लगती और नकारात्मक ऊर्जाएं दूर रहती है. वहीं इसके पीछे का लॉजिक यह है कि नींबू मिर्ची में सायट्रिक एसिड होता है, जिससे कीड़े-मकौड़े घर के भीतर प्रवेश नहीं करते हैं.
घर से दही खाकर निकलना: हिंदू धर्म में मान्यता है कि किसी शुभ या विशेष काम के लिए घर से दही चीनी खाकर निकलना चाहिए. वहीं इसके पीछे यह लॉजिक है कि घर से दही चीनी खाकर निकलने से पेट ठंडा रहता है और दही चीनी से शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बनी रहती है
रात में नाखून न काटना: आपने अक्सर बड़े-बुजुर्गों को यह कहते हुए सुना होगा कि रात के समय नाखून नहीं काटना चाहिए. ऐसा करने से भाग्य पर इसका बुरा असर पड़ता है. लेकिन इसके पीछे का लॉजिक यह है कि पुराने समय में बिजली नहीं होती थी और औजार से नाखून काटे थे. इस कारण रात में नाखून काटने की मनाही होती थी. क्योंकि इससे ऊंगली कटने का डर रहता था.
ग्रहण में घर से बाहर नहीं निकलना: हिंदू धर्म के अनुसार ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. इससे नकारात्मक ऊर्जा हावी हो सकती है और ग्रहण का दुष्प्रभाव लग सकता है. वहीं विज्ञान के अनुसार ग्रहण के दौरान घर से बाहर निकलने पर, सूर्य की रोशनी से त्वचा रोग हो सकते हैं और ग्रहण को देखने से आंखों को भी नुकसान हो सकता है.