अगर गांजा रखना या फिर इसकी तस्करी करना अपराध हैं तो फिर कई राज्यों में इसकी खेती क्यों हो रही हैं ?

पूरे विश्व में कई तरीके के नशीले पदार्थ मौजूद हैं जिसमे से आपने चरस,गांजा और भांग के बारे में सुना ही होगा और कई देशे में इसको रखना या फिर इससे बेचना अवैध हैं । साथ ही इसकी तस्करी करने पर जुर्माना और सजा का भी प्रावधान सुनिश्चित किया गया हैं। बता दें भांग की … Read more

छावा फिल्म के दौरान लगी सिनेमाहाल में आग,दिल्ली वालो को याद आया उपहार सिनेमा कांड

छत्रपति शिवाजी पर बनी छावा फिल्म इस समय देश के हर सिनेमाघरों में धूम मचा रही हैं। इसी बीच दिल्ली के सेलेक्ट सिटी में तब अफरा-तफरी मच गई, जब छावा फिल्म स्क्रीनिंग के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ। यह हादसा दिल्ली के साकेत में स्थित सेलेक्ट सिटी मॉल के पीवीआर ऑडी-3 के सिनेमाहॉल का हैं। … Read more

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पसरा मौत का मातम,18 लोगो की चली गई जान

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने के कारण 18 लोगो की जान चली गई साथ ही कुछ यात्री बेहोश हालात में मिले तो वही कुछ बेहाल होकर अपने परिजनों को खोज रहे थे यह हादसा शनिवार की रात 9:26 बजे को हुआ था जो बेहद ही खौफनाक हादसा था आइए जानते हैं यह हादसा … Read more

ब्राजील में एक महिला खरीद रही थी सब्जी,जेब में ब्लास्ट हो गया फोन आखिर कैसे? आइये जानते हैं।

ब्राजील से एक चौंका देने वाली घटना सामने आई हैं जहाँ एक महिला सब्जी खरीद रही थी और वही अचानक उस महिला का फ़ोन उसके जेब में फट जाता हैं बताया जा रहा हैं उस महिला के पिछली जेब में रखा था उसका मोटोरोला मोटो 32, फोन के फटने से उसकी जीन्स में आग लग … Read more

आखिर क्यों बदला गया था लाल किले का रंग? जानिए

मुगलो के ज़माने में बना लाल किला भारत की शान बन चुका हैं लाल किला का निर्माण सन् 1638 में शुरू कर दिया गया था जो 1648 में बनकर तैयार हुआ था इस किले का कार्य समापन 12 मई 17वीं शताब्दी के मध्य में बना था। बता दें कि लाल किले को मुग़ल बादशाह शाहजहां … Read more

आखिर ऐसा क्या हुआ जिसके कारण महाकुंभ के मेले में भगदड़ मच गई? जानिए

यूपी के प्रयागराज में लगने वाला महाकुंभ का मेला करीबन 144 साल बाद लगता हैं जिसमे देश-विदेश से कई लोग गंगा स्नान के लिए आते हैं साथ ही कई तरीके के साधू-संत भी एकत्रित होते हैं परन्तु ऐसा क्या हुआ इस बार महाकुंभ के मेले में कि वहां करोड़ो लोगो के बीच में भगदड़ मच … Read more

ऐसी नदी जो गिरगिट की तरह बदलती है अपना रंग,जानिए कौन सी है वो नदी

दुनिया में नजाने कितनी नदिया है अगर वही हम भारत की बात करे भारत में करीबन 200 नदिया है जिनकी अपनी-अपनी खासियत है . यही वजह है कि हमारे देश में नदियों को पूजा जाता है साथ ही इन्हें पीने के पानी का भी मुख्य स्त्रोत भी माना जाता है. लेकिन एक ऐसी नदी जिस … Read more

कैसे होती है Acid Rain? क्या यह तेज़ाब की तरह होती है नुक्सान दायक?

बारिश का मौसम किसको नहीं पसंद होता। बारिश में भीगने का अपना ही मज़ा होता है और भीषड़ गर्मी के बीच बारिश का होना काफी सुकून देता है। आपने अपने बड़े बुजुर्गो से ज़रूर सुना होगा की मानसून की पहली बारिश में भीगना नहीं चाहिए वो एसिड रेन यानि अम्लीय बारिश होती हैं.लेकिन क्या आपको पता है कि पहली बारिश को एसिड रेन क्यों कहा जाता है? नहीं जानते तो चलिए हम आपको बताते है।

एसिड रेन मानसून की पहली बारिश में होती है जो अम्लीय होती है। इस बारिश में जीवाश्म से निकलने वाली सल्फर नाइट्रोजन के ऑक्साइड, धुल, कण और वायु प्रदूषण के कण होते है .जिससे एसिड की मात्रा अत्यधिक हो जाती है वायुमंडल की शुद्ध हवा में जब कोई अनावश्यक तत्व आकर मिलता है .तो इससे एसिड रेन होती है ये प्रदूषण कारखानों से निकलने वाला धुआं , रोड़ पर चलने वाली वाहन और यातायात के साधन ,प्लास्टिक और विषैली प्रदार्थ से निकलने वाले धुएं के कारण होता हैं. इसके अलावा भट्टों में कोयला के डलने से भी सल्फर गैस निकलता है. एयर कंडीशन , विद्युत संयंत्र और कई अन्य कारणों से भी सल्फर निकलता है यहीं सल्फर बारिश के पानी को प्रभावित करता है.जिस वजह से एसिड रेन होती है

एसिड रेन से कई चीज़ो पर प्रभाव पड़ता है जैसे की पौधे ,यह पौधों के पत्तों को नुकसान पहुंचा सकती है और उनकी विकास रुकवा सकती है. यह जलवायु पर भी असर डालती है, क्योंकि यह जल की गुणवत्ता को खराब कर सकता है . एसिड रेन नदियों और झीलों में रहने वाले जीवो के जीवन को प्रभावित कर सकती है. एसिड रेन की वजह से ही ताजमहल पर लगा मार्बल पीला पड़ रहा है.इसका मुख्य कारण ताजमहल के आस-पास के क्षेत्रों में लगे बड़े-बड़े कारखानों से निकलने वाली सल्फर के कारण ऐसा होता है. एसिड रेन के कारण खेत की मिट्टी भी अम्लीय हो जाती है जिससे खेतों में इसका बुरा असर पड़ता है. मिट्टी में पाए जाने वाले जीव-जन्तु पर भी इसका बुरा असर पड़ता है इसके साथ -साथ मिट्टी भी प्रदूषित होता है और मिटटी की गुड़वक्ता पर भी इसका असर पड़ता है .